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पञ्चाङ्ग - 18-12-2025

 *🗓*आज का पञ्चाङ्ग*🗓*

jyotis


*🎈दिनांक - 18 दिसंबर2025*
*🎈 दिन- गुरुवार*
*🎈 विक्रम संवत् - 2082*
*🎈 अयन - दक्षिणायण*
*🎈 ऋतु - शरद*
*🎈 मास - पौष मास*
*🎈 पक्ष -  कृष्णा पक्ष*
*🎈तिथि-    चतुर्दशी    28:58:30*pm तत्पश्चात्  अमावस्या*
*🎈 नक्षत्र -         विशाखा    17:10:31* pm तत्पश्चात्     ज्येष्ठा*
*🎈 योग    -     अतिगंड    13:22:05* pm तक तत्पश्चात्     शूल*
*🎈करण    -     *विष्टि भद्र    15:46:40 pm  तत्पश्चात् शकुनी*
*🎈 राहुकाल -हर जगह का अलग है- 01:50pm to 03:08 pm तक (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)* 
*🎈चन्द्र राशि-       वृश्चिक*
*🎈सूर्य राशि-     धनु    *
*🎈सूर्योदय - :07:20:01am*
*🎈सूर्यास्त -    17:43:02pm* 
*(सूर्योदय एवं सूर्यास्त ,नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈दिशा शूल - दक्षिण दिशा में*
*🎈ब्रह्ममुहूर्त - 05:30 ए एम से 06:25 ए एम.तक *(नागौर 
राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈अभिजित मुहूर्त- 12:11 पी एम से 12:53 पी एम*
*🎈 निशिता मुहूर्त - 12:05 ए एम, दिसम्बर 19 से 12:59 ए एम, दिसम्बर 19*
*🎈    सर्वार्थ सिद्धि- 12:11 पी एम से 12:53 पी एम*
*🎈 व्रत एवं पर्व- चतुर्दशी व्रत* 
*🎈विशेष -  पौष मास महात्म्य *
kundli


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    *🛟चोघडिया, दिन🛟*
   नागौर, राजस्थान, (भारत)    
   मानक सूर्योदय के अनुसार।
*🛟शुभ - उत्तम-07:19 ए एम से 08:37 ए एम*

*🛟रोग - अमंगल-08:37 ए एम से 09:55 ए एम*

*🛟उद्वेग - अशुभ-09:55 ए एम से 11:14 ए एम*

*🛟चर - सामान्य-11:14 ए एम से 12:32 पी एम*

*🛟लाभ - उन्नति-12:32 पी एम से 01:50 पी एम*

*🛟अमृत - सर्वोत्तम-01:50 पी एम से 03:08 पी एम*

*🛟काल - हानि-03:08 पी एम से 04:26 पी एम काल वेला*

*🛟शुभ - उत्तम-04:26 पी एम से 05:45 पी एम वार वेला*
 

      *🛟चोघडिया, रात्🛟*
   *🛟 अमृत - सर्वोत्तम-05:45 पी एम से 07:27 पी एम*

 *🛟चर - सामान्य-07:27 पी एम से 09:08 पी एम*

 *🛟रोग - अमंगल-09:08 पी एम से 10:50 पी एम*

 *🛟काल - हानि-10:50 पी एम से 12:32 ए एम, दिसम्बर 19*

 *🛟लाभ - उन्नति-12:32 ए एम से 02:14 ए एम, दिसम्बर 19 काल रात्रि*

 *🛟उद्वेग - अशुभ-02:14 ए एम से 03:56 ए एम, दिसम्बर 19*

 *🛟शुभ - उत्तम-03:56 ए एम से 05:38 ए एम, दिसम्बर 19*

 *🛟अमृत - सर्वोत्तम-05:38 ए एम से 07:19 ए एम, दिसम्बर 19*
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toyta

dev

shyam




     🚩*श्रीगणेशाय नमोनित्यं*🚩
    🚩*☀जय मां सच्चियाय* 🚩
🌷 ..# 💐🍁🍁✍️ | #🌕 👉       
❤️💐 🌼🪔🌷❤️💐 🌼🪔
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  💐 * 

💕विवाह में विलंब केवल समय की समस्या नहीं होती।
अक्सर यह मन, भावना और भाग्य के सूक्ष्म स्तर पर बने अवरोध का संकेत होता है।
जब शुक्र और चंद्र की ऊर्जा असंतुलित होती है, तब योग्य संबंध आते हुए भी ठहर जाते हैं।

💕यह उपाय बहुत शांत, सरल और सुरक्षित है।
यह किसी ग्रह को दबाता नहीं, बल्कि जीवन में संतुलन और स्वीकृति पैदा करता है।

 💕इस साधना को  शुक्ल पक्ष के शुक्रवार से प्रारंभ करें।
सुबह स्नान के बाद या संध्या समय शुद्ध मन से बैठें।
मुख उत्तर-पूर्व दिशा की ओर रखें।
एक सफेद दीपक या घी का दिया जलाएँ।
सामने एक कटोरी में थोड़ा कच्चा दूध रखें, उसमें तीन मिश्री के दाने डाल दें और पास में एक सफेद फूल रखें।

💕अब दाहिना हाथ हृदय पर रखकर बहुत धीरे से कहें—
“मैं अपने जीवन में एक शांत, योग्य और भाग्यसम्मत जीवनसाथी को आमंत्रित करता/करती हूँ।”
इसे केवल एक बार कहें। शब्दों को दोहराने की आवश्यकता नहीं है।

💕इसके बाद शांत स्वर में “ॐ शुं शुक्राय नमः” मंत्र का जप करें।
जप करते समय आकर्षण, सौहार्द और विश्वास की भावना को मन में आने दें।
फिर “ॐ सोम सोमाय नमः” मंत्र का जप करें, जिससे मन का भय और अधैर्य शांत हो।

  साधना के अंत में दूध की कुछ बूंदें किसी पौधे की जड़ में अर्पित कर दें।
फूल को स्वच्छ स्थान पर रख दें, जब वह सूख जाए तो उसे मिट्टी में प्रवाहित कर दें।
दीपक को सम्मानपूर्वक बुझाएँ।

इस साधना के दौरान शुक्रवार के दिन हल्के रंग पहनना शुभ रहता है।
अनावश्यक रूप से विवाह की चिंता या चर्चा करने से बचें।
मन में यह भाव रखें कि सही समय पर सही व्यक्ति स्वयं रास्ता ढूँढ लेता है।

जब यह उपाय काम करने लगता है, तो मन का भारीपन हल्का होने लगता है।
रुके हुए प्रस्ताव स्वतः चलने लगते हैं।
परिवार में बिना दबाव के बातें उठने लगती हैं।
यह संकेत होते हैं कि शुक्र और चंद्र की ऊर्जा संतुलन में आ रही है।

याद रखें—
विवाह में विलंब दंड नहीं होता।
कभी-कभी आत्मा तब तक प्रतीक्षा करती है,
जब तक सही संबंध आपको पहचानने योग्य न हो जाए।

   💥“ज्ञान ही सच्ची संपत्ति है।
      बाकी सब क्षणभंगुर है।”💥
     🌼 ।। जय श्री कृष्ण ।।🌼
       💥।। शुभम् भवतु।।💥
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🔱🇪🇬जय श्री महाकाल सरकार 🔱🇪🇬 मोर मुकुट बंशीवाले  सेठ की जय हो 🪷*
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*♥️~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको  केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*♥️ रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेमजी", नागौर (राज,)* 
*।।आपका आज का दिन शुभ मंगलमय हो।।* 
🕉️📿🔥🌞🚩🔱ॐ  🇪🇬🔱
vipul

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