*वैज्ञानिकों की सलाह पर खेती में नवाचार अपनाएं*
नागौर,17 दिसंबर/कृषि विज्ञान केन्द्र नागौर पर बुधवार को केन्द्र में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रसार शिक्षा निदेशक कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर डॉ. सेवाराम कुमावत ने वार्षिक प्रतिवेदन पर सुझाव प्रस्तुत किए व जिले की भौगोलिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर खेती की नवीनतम तकनीकों को अपनाने पर जोर दिया। प्रधान वैज्ञानिक अटारी जोधपुर, डॉ. एच.एन मीणा ने कृषि वैज्ञानिकों को नवीनतम कृषि अनुसंधान प्रसार प्रचार करने को कहा। संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग नागौर डॉ. महेश कुमार मीणा ने उन्नत नस्ल के पशुपालन को बढावा देने की सलाह दी। डीन. कृषि महाविद्यालय डॉ. महेश पुनिया ने सूखा और रोग रोधी किस्मों को किसानों तक पहुंचाने की सलाह दी। उपनिदेशक उद्यान मोहन दादरवाल ने प्राकृतिक खेती पर किसानों के लिए अधिक से अधिक जागरूकता कार्यक्रम करने एवं सभी कार्यक्रमों में महिलाओं की भागीदारी दी। जिला विकास प्रबंधक, नाबार्ड, मोहित चौधरी ने ज्यादा से ज्यादा नवीन तकनीकी अपनाकर किसानों को आकर्षित करने एवं उनके लिए आजीविका का साधन बनाने की बात कही। बैठक में केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. गोपीचंद सिंह ने केन्द्र के वर्ष 2024-25 का प्रगति प्रतिवेदन एवं भावी कार्य योजना वर्ष 2026 को प्रस्तुति के माध्यम से केन्द्र से संचालित समस्त गतिविधियों को प्रस्तुत किया। शस्य विशेषज्ञ डॉ. हरिराम चौधरी, डॉ. भावना शर्मा, श्री बुधराम चौधरी एवं डॉ. कल्पना चौधरी ने अपने अपने विषयों का प्रगति प्रतिवेदन एवं वार्षिक कार्ययोजना प्रस्तुत की। कार्यक्रम में आत्मा, कृषि विभाग से गुंजन आसवानी, आकाशवाणी प्रबंधक अशोक कुमार गोयल, अतिरिक्त मंडी सचिव, अवंतिका, इफको से रामेश्वर गुप्ता ,मनीष जाजड़ा, राकेश गुर्जर एवं नरेंद्र सिंह और आसपास के 12-15 प्रगतिशील किसान एवं महिला किसानों ने भाग लिया। मंच का संचालन डॉ. कल्पना चौधरी ने किया। कार्यक्रम के अंत में किसानों हेतु बनाये गये फोल्डर एवं मूंगफली की खेती पर प्रशिक्षण पुस्तिका का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया।

