*🗓*आज का पञ्चाङ्ग*🗓*
*🎈दिनांक -16अक्टूबर 2025 *
*🎈 दिन - गुरुवार*
*🎈 विक्रम संवत् - 2082*
*🎈 अयन - दक्षिणायण*
*🎈 ऋतु - शरद*
*🎈 मास - कार्तिक*
*🎈 पक्ष - कृष्णपक्ष*
*🎈तिथि- दशमी 10:34:54 am तक तत्पश्चात् एकादशी*
*🎈 नक्षत्र - आश्लेषा 12:41:10 am तत्पश्चात् मघा*
*🎈 योग - शुभ 26:09:35* am तक तत्पश्चात् शुक्ल*
*🎈करण - विष्टि भद्र 10:34:54*am तक तत्पश्चात् बालव*
*🎈 राहुकाल -हर जगह का अलग है- सुबह 01:46 pm से दोपहर 03:12 pm तक (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈चन्द्र राशि - कर्क till 12:41:10
*🎈चन्द्र राशि - सिंह from 12:41:10*
*🎈सूर्य राशि- कन्या*
*🎈सूर्योदय - 06:36:30am*
*🎈सूर्यास्त -18:04:14pm*
*(सूर्योदय एवं सूर्यास्त ,नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈चंद्रोदय- 15:19:59pm*
*🎈चंद्रास्त- 26:43:45*am
*🎈दिशा शूल - दक्षिण दिशा में*
*🎈ब्रह्ममुहूर्त - प्रातः 04:56 से प्रातः 05:45 तक *(नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈अभिजित मुहूर्त- 11:57 am से 12:43pm*
*🎈 निशिता मुहूर्त - 11:56 पी एम से 12:46 ए एम, अक्टूबर 17 तक*
*🎈अमृत काल- 11:03 ए एम से 12:42 पी एम*
*🎈 व्रत एवं पर्व- नवमी व्रत*
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*🛟चोघडिया, दिन🛟*
नागौर, राजस्थान, (भारत)
मानक सूर्योदय के अनुसार।
*🎈 शुभ - उत्तम
06:35 ए एम से 08:02 ए एम*
*🎈रोग - अमंगल-08:02 ए एम से 09:28 ए एम*
*🎈उद्वेग - अशुभ-09:28 ए एम से 10:54 ए एम*
*🎈चर - सामान्य-10:54 ए एम से 12:20 पी एम*
*🎈लाभ - उन्नति-12:20 पी एम से 01:47 पी एम*
*🎈अमृत - सर्वोत्तम-01:47 पी एम से 03:13 पी एम*
*🎈काल - हानि-03:13 पी एम से 04:39 पी एम काल वेला*
*🎈शुभ - उत्तम-04:39 पी एम से 06:05 पी एम वार वेला*
*🛟चोघडिया, रात्🛟*
*🎈अमृत - सर्वोत्तम-06:05 पी एम से 07:39 पी एम*
*🎈चर - सामान्य-07:39 पी एम से 09:13 पी एम*
*🎈रोग - अमंगल-09:13 पी एम से 10:47 पी एम*
*🎈काल - हानि-10:47 पी एम से 12:21 ए एम, अक्टूबर 17*
*🎈लाभ - उन्नति-12:21 ए एम से 01:54 ए एम, अक्टूबर 17 काल रात्रि*
*🎈उद्वेग - अशुभ-01:54 ए एम से 03:28 ए एम, अक्टूबर 17*
*🎈शुभ - उत्तम-03:28 ए एम से 05:02 ए एम, अक्टूबर 17*
*🎈अमृत - सर्वोत्तम-05:02 ए एम से 06:36 ए एम, अक्टूबर 17*
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🚩*☀#*जय गणेश*☀*🚩
🚩*☀जय मां सच्चियाय* 🚩*
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🔯 ॐ श्री गणेशाय नमः ।
एक बार चौमुखी दीपक जलाकर देखो, दिन पलट जाएंगे .....
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चौ मुखी दीपक जलाने से चारों दिशाओं में रोशनी होती है और इन दिशाओं को सुख और शांति का प्रतीक माना जाता है।
चौमुखी दीपक को चार वेदों का प्रतीक भी माना जाता है।
चौमुखी दीपक जलाने से भैरव बाबा का आशीर्वाद मिलता है।
चौमुखी दीपक जलाने से देवी देवताओं का आशीर्वाद मिलता है और पितरों की आत्मा को शांति मिलती है।
चौमुखी दीपक जलाने से ग्रह दोष से छुटकारा मिलता है ओर किस्मत खुलने लगती है।
चौमुखी दीपक जलाने से परिवार में खुशहाली आती है और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
चौमुखी दीपक जलाने से जीवन में पॉजिटिविटी का संचार होता है और शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
मान्यता है।
कालरात्रि का अर्थ है “मौत की रात।” ये वो पल है जब अंत नज़दीक होता है, सपने बिखर जाते हैं और भूत लौट आते हैं।
महाभारत में, वो एक खून से भरी लड़ाई के दौरान सामने आई। पुरुषों, घोड़ों और हाथियों को रस्सी में बांधती, सिरहिनो के भूत खींचती, और नींद और मौत को अपने नियंत्रण में रखती है। वो लाल वस्त्र पहनती है, उसकी त्वचा अंधेरी है, और उसकी मुस्कान कभी मिटती नहीं। क्योंकि उसके लिए, भय एक काम है।
समय भी कालरात्रि से पीछे हटता है। कुछ जगह दीवाली की रात को अब भी “कालरात्रि” कहा जाता है, जब चुड़ैलें घूमती हैं और मरे हुए प्राण लौट आते हैं।
वो दुष्ट नहीं, वो एक सीमा है - सांस और सन्नाटा के बीच, सपना और विनाश के बीच। हर देवी सुरक्षा नहीं करती; कुछ मुक्त कर देती हैं।
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कष्टों से मुक्ति एवं धन प्राप्ति के अद्भुद उपाय:-
🌺गाय को रोज तेल लगाकर रोटियां जरूर खिलाएं। हर बुधवार को गाय को हरा चारा खिलाएं इससे आपके धन आने के रास्ते में जो बाधाएं हैं वह दूर हो जाएंगे।
🌺 रोज अपने माता-पिता का आशीर्वाद लें एवं घर के बड़े बुजुर्गों की सेवा करें उन को प्रसन्न रखें और उनका आशीर्वाद लें।
🌺सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय 48 मिनट के अंदर एक माला गायत्री मंत्र का जाप करें एवं दीपक जलाएं सभी कष्टों से छुटकारा मिलेगा।
🌺अपने जन्मदिन पर रुद्राभिषेक करवाएं ,अपने जन्म नक्षत्र का उपाय करके घर से बाहर निकलने से आपको सभी कामों में सफलता मिलेगी।
🌺एक तांबे का सिक्का लंबी यात्रा के दौरान बहते हुए जल में प्रवाहित करें ,कहीं घर से बाहर जाना हो काम के सिलसिले में तो घर के बड़े बुजुर्गों को प्रणाम करके चरण स्पर्श करके घर से बाहर निकलें उनका आशीर्वाद लेकर
🌺किसी जरूरी काम से घर से निकलना हो तो हींग हाथ में लेकर अपने ऊपर से उतारकर उत्तर दिशा में फेंक दें फिर घर से बाहर जाएं आपका कार्य सिद्ध हो जाएगा
🌺यात्रा के समय एक लाल धागा अपने पास अवश्य रखें लौटने के बाद में उसको तुलसी के पेड़ में
🌺यात्रा में जाते समय नाभि में शहद लगाकर जाएं कार्य सिद्ध होगा
🌺विशेष कार्य के लिए जाने पर सफेद धागे पर तुलसी के रस को लगा कर ले जाएं
🌺कठिन कार्य सिद्धि के लिए जाते समय एक सुपारी में कलावा लपेट कर उसकी पूजा करके साथ में लेकर जाएं कार्य सिद्ध होगा
🌺गुड़ और सफेद इलायची वाली चाय पीकर जाने से आकर्षण बढ़ता है
🌺 निर्जन एवं सुनसान स्थानों पर बैठकर शांति मन से अपने पूर्वजों को याद कर प्रार्थना करें एवम पंचतत्वों वायु जल अग्नि आकाश पृथ्वी से प्रार्थना करें अपनी समस्या के समाधान के लिए मन ही मन निवेदन करें ऐसा करते हुए 5 अगरबत्तियां चलाएं जब तक कार्य सिद्ध ना हो जाए तब तक यह प्रयोग करते रहे
🌺महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से सूर्यादि नवग्रह सभी देवी देवता प्रसन्न होते हैं जाप करने से बहुत सी परेशानियां स्वता ही समाप्त हो जाती हैं
🌺धन प्राप्ति के लिए जल में शहद मिलाकर अभिषेक करें एवं महामृत्युंजय का नियमित जाप करें
🌺शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए काले घोड़े की नाल का छल्ला बनवाएं एवं सिद्ध करके मध्यमा अंगुली में धारण करने से शनिदेव के कोप शांत होते है
🌺काले रंग के 11 कंबल दान करने से सभी परेशानियां खत्म हो जाती है इन उपायों से सभी परेशानियां 1 वर्ष में समाप्त होना शुरू हो जाती है
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🌺धन वृद्धि के लिए लाल कपड़े में मोती शंख बांधकर तिजोरी में रखें इससे घर में बरकत होगी धन की वृद्धि होगी
🌺कुछ नोटों पर चंदन का इत्र लगाकर तिजोरी में रखें बरकत के रूप में घर में धन की कमी कभी नहीं रहेगी
🌺रात में एक गिलास दूध सिरहाने रखें सुबह उठकर उसे बबूल के वृक्ष में डाल दें आर्थिक स्थिति में सुधार होने लग जाएगा क्या कार्य कम से कम चार 41 दिन अवश्य करें
🌺एकाक्षी नारियल पूजा करके सिद्ध कराकर लाल वस्त्र में लपेटकर लक्ष्मी स्वरूप मानकर व्यापार स्थल के तिजोरी में रख दें धन आने में रुकावट दूर होगी
🌺सात मोर पंख लेकर उसमें गुलाब का इत्र लगाकर रेशमी वस्त्र में बांधकर तिजोरी का धन रखने के स्थान पर रख दें बरक्कत होना प्रारंभ हो जाएगी
🌺 घर में जो झाड़ू लगाते हैं उस में काला धागा बांधकर झाड़ू लगाने के बाद छुपा के रख दे मां लक्ष्मी की कृपा आनी प्रारंभ हो जाएगी घर में धन की कमी नहीं रहेगी
🌺सुबह ब्रह्म मुहूर्त में तीन झाड़ू चुपचाप किसी भी मंदिर में रख कर चले जाएं पीछे मुड़कर ना देखें व्यापार में घाटा बना धीरे-धीरे बंद हो जाएगा
🌺व्यापार स्थल में शुद्ध स्फटिक यास पारद का श्री यंत्र स्थापित करें प्रतिदिन धूप दीप नैवेद्य से पूजा करें
🌺व्यापार स्थल पर किसी ब्राह्मण द्वारा गोपाल सहस्रनाम स्तोत्र का पाठ नित्य करवाने से व्यापार में बरक्कत होती है धन-धान्य की स्थिति मजबूत होती है व्यापार वृद्धि की ओर बढ़ता है व्यापार में लाभ होता है
🌺शनिवार या मंगलवार को पीपल के 12 पत्ते तोड़ना सभी में सीताराम लिखें 11 पत्ते की माला बनाएं और एक पत्ते में सफेद बर्फी का भोग हनुमान जी को लगाएं एवं माला हनुमान जी को पहनाकर 7 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें सभी मनोकामनाएं पूर्ण होना प्रारंभ हो जाएंगी धन की कमी दूर होना प्रारंभ हो जाएगी
🌺लक्ष्मी प्राप्ति के लिए बिल्ली के नाल शुभ मुहूर्त में शुद्ध करवा कर अपने पास रखें धन-धान्य की कमी नहीं रहे।
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*☠️🐍जय श्री महाकाल सरकार ☠️🐍*🪷* मोर मुकुट बंशीवाले सेठ की जय हो 🪷*
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*♥️~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*♥️ रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेमजी", नागौर (राज,)*
*।।आपका आज का दिन शुभ मंगलमय हो।।*
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