भारत विकास परिषद् शाखा नागौर द्वारा राष्ट्रीय प्रकल्प गुरु वंदन छात्र अभिनंदन का किया शुभारंभ
प्रकल्प प्रभारी योगेश सोनी ने बताया कि हनुमान बाग कॉलोनी स्थित स्कूल में परिषद् के वरिष्ठ सदस्य सेवानिवृत प्रोफेसर भवानी शंकर रांकावत और संस्था प्रधान हरदेव गारू ने मां सरस्वती के दिव्य चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए प्रोफेसर भवानी शंकर रांकावत ने कहा कि भारतीय संस्कृति में गुरु का स्थान बहुत ही महत्वपूर्ण था और आज भी है। गुरु ही शिष्यों का सच्चा मार्गदर्शक होता है। गुरु ही हमें जीवन जीने की सीख देता है। गुरु शिष्य के संबंध ज्ञान और संस्कार जन्य हैं। गुरु अंधेरे से प्रकाश की ओर ले जाता है। वर्तमान समय में गुरु शिष्य के संबंधों को और अधिक मजबूत करने की आवश्यकता है। भारत विकास परिषद् का परिचय वरिष्ठ सदस्य बजरंग लाल शर्मा ने दिया।उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण भारत वर्ष में 1500 शाखाओं के लगभग 80,000 सदस्यों के माध्यम से परिषद् सेवा,संस्कार,समर्पण,संपर्क,सहयोग आदि आधारभूत बिंदुओं केंद्र में रखते हुए समाज जीवन में कार्य कर रही है।
परिषद् के द्वारा जल प्याऊ,निशुल्क चिकित्सा उपकरण वितरण जैसे कई स्थायी सेवा प्रकल्पों का संचालन भी किया जा रहा है। विद्यार्थियों के लिए परिषद् समय समय पर रचनात्मक और कौशल अभिवृद्धि के अनेक कार्यक्रम आयोजित करती है।
शाखा कोषाध्यक्ष विकास सोनी ने विद्यार्थियों को नशा मुक्त समाज निर्माण और प्रकृति संरक्षण करते हुए समाज और राष्ट्रनिर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने की शपथ दिलवाई।
इस अवसर पर विद्यालय के दो प्रतिभाशाली विद्यार्थियों हेतल तंवर और वानिका जांगिड़ को सम्मान फलक और सद साहित्य प्रदान कर उत्साहवर्धन किया गया। विद्यालय के सभी सोलह गुरुजनों को मंगल तिलक लगाकर कलम प्रदान कर वंदन किया गया। संस्था प्रधान हरदेव गारू ने परिषद् की नागौर शाखा के सदस्यों का आभार प्रकट किया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।