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पंचांग - 22-09-2025

 *🗓*आज का पञ्चाङ्ग*🗓*

jyotish


*🎈 🔷आश्विन, शुक्ल पक्ष, शारदीय नवरात्रि विक्रम सम्वत 2082,  22 सितम्बर 2025   सोमवार नवरात्र सप्ताह🌙 *🙏
*🎈दिनांक -22 सितम्बर 2025*
*🎈 दिन - सोमवार*
*🎈 विक्रम संवत् - 2082*
*🎈 अयन - दक्षिणायण*
*🎈 ऋतु - शरद*
*🎈 मास - आश्विन*
*🎈 पक्ष - शुक्ल पक्ष*
*🎈तिथि- प्रतिपदा
26:55:24 रात्रि तक तत्पश्चात् द्वितीया*
*🎈 नक्षत्र -         उत्तर फाल्गुनी    11:23:14 सुबह तक तत्पश्चात् हस्त*
*🎈 योग - शुक्ल    19:57:44 सांय तक तत्पश्चात् ब्रह्म*
*🎈करण    -किन्स्तुघ्न    14:06:04pm तक तत्पश्चात् बालव*
*🎈 राहुकाल_हर जगह का अलग है- सुबह 07:55am से दोपहर 09:26am तक (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)* 
*🎈चन्द्र राशि-     कन्या    *
*🎈सूर्य राशि-       कन्या    *
*🎈 सूर्योदय - 06:24:40*
*🎈 सूर्यास्त - 06:30:21 (सूर्योदय एवं सूर्यास्त ,नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈 दिशा शूल - पूर्व दिशा में*
*🎈 ब्रह्ममुहूर्त - प्रातः 04:49 से प्रातः 05:36 तक (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈 अभिजित मुहूर्त    -12:03 पी एम से 12:52 पी एम तक (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈 निशिता मुहूर्त - 12:04 ए एम, सितम्बर 23 से 12:51 ए एम, सितम्बर 23 तक (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈 व्रत पर्व विवरण - प्रथम नवरात्र का व्रत*
*🎈 विशेष -  नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री के लिए मुख्य मंत्र है "ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः"। इसके अतिरिक्त, आप शैलपुत्री स्तोत्र 'वंदे वांछितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्। वृषारुढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्॥' का पाठ कर सकते हैं या 'या देवी सर्वभूतेषु माँ शैलपुत्री रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥' बीज मंत्र का जाप कर सकते हैं। 

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    *🛟चोघडिया, दिन🛟*
   नागौर, राजस्थान, (भारत)    
       सूर्योदय के अनुसार।

*🎈 अमृत - सर्वोत्तम-06:23 ए एम से 07:54 ए एम*

*🎈 काल - हानि-07:54 ए एम से 09:25 ए एम काल वेला*

*🎈 शुभ - उत्तम-09:25 ए एम से 10:57 ए एम*

*🎈 रोग - अमंगल-10:57 ए एम से 12:28 पी एम*

*🎈 उद्वेग - अशुभ-12:28 पी एम से 01:59 पी एम*

*🎈 चर - सामान्य-01:59 पी एम से 03:30 पी एम*

*🎈 लाभ - उन्नति-03:30 पी एम से 05:01 पी एम वार वेला*

*🎈 अमृत - सर्वोत्तम-05:01 पी एम से 06:32 पी एम*

    *🛟चोघडिया, रात्🛟*

*🎈चर - सामान्य-06:32 पी एम से 08:01 पी एम*

*🎈रोग - अमंगल-08:01 पी एम से 09:30 पी एम*

*🎈काल - हानि-09:30 पी एम से 10:59 पी एम*

*🎈लाभ - उन्नति-10:59 पी एम से 12:28 ए एम, सितम्बर 23 काल रात्रि*

*🎈उद्वेग - अशुभ-12:28 ए एम से 01:57 ए एम, सितम्बर 23*

*🎈शुभ - उत्तम-01:57 ए एम से 03:26 ए एम, सितम्बर 23*

*🎈अमृत - सर्वोत्तम-03:26 ए एम से 04:55 ए एम, सितम्बर 23*

*🎈चर - सामान्य-04:55 ए एम से 06:24 ए एम, सितम्बर 23*
kundli



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🚩 *☀#जय अम्बे ☀*
 *☀#शारदीय नवरात्र पर्व☀*
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*🪷ब्रह्म योग, शुक्ल योग और महालक्ष्मी राजयोग के साथ शारदीय नवरात्रि की शुरुआत
मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आएंगी मां 🪷
 
🪷आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर  दुर्लभ शुक्ल और ब्रह्म योग का निर्माण हो रहा है। शुक्ल योग का समापन रात 22 सितंबर को रात 07 बजकर 52 मिनट पर होगा। शुक्ल योग में मां दुर्गा की पूजा करने से व्रती को सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होगी।

🪷 शारदीय नवरात्र का धार्मिक    महत्व को समझे तो ये पर्व
हर वर्ष आश्विन महीने में मनाया जाता है।

🪷इस दौरान मां दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।
 सोमवार 22 सितंबर से शारदीय नवरात्र की शुरुआत होगी। यह पर्व देवी मां दुर्गा को पूर्णतया समर्पित होता है। 

🪷शारदीय नवरात्र के दौरान देवी मां दुर्गा और उनके नौ रूपों की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त नवरात्र का व्रत रखा जाता है। इस व्रत के पुण्य-प्रताप से साधक के जीवन में खुशियों का आगमन होता है।
परंपरागत है कि शारदीय नवरात्र के दौरान देवी मां दुर्गा की पूजा करने से जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख एवं संकट दूर हो जाते हैं। साथ ही साधक पर देवी मां दुर्गा की कृपा बरसती है।

🪷गजेसरी राजयोग का शुभ संयोग
रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश प्रेमजी ने बताया कि नवरात्रि पर इस बार बुधादित्य राजयोग, भद्र राजयोग, धन योग (चंद्र मंगल युति तुला राशि में), त्रिग्रह योग (चंद्रमा बुध और सूर्य की युति कन्या राशि में), और गजेसरी राजयोग का शुभ संयोग रहने वाला है।

🪷नवरात्रि का आरंभ गजकेसरी राजयोग से हो रहा है क्योंकि, गुरु और चंद्रमा एक दूसरे से केंद्र भाव में होंगे। गुरु मिथुन राशि में और चंद्रमा कन्या राशि में गोचर करेंगे जिससे गजकेसरी राजयोग का निर्माण होगा।

🪷पंचांग के अनुसार, शारदीय नवरात्र की शुरुआत 22 सितंबर से हो रही है। प्रतिपदा तिथि का समापन 23 सितंबर को देर रात 02 बजकर 55:24 मिनट पर होगा।

🪷ग्रह-गोचरों के शुभ संयोग में कलश-स्थापना के साथ आरंभ होगा। शारदीय नवरात्रि के शुभ अवसर पर घटस्थापना मुहूर्त 22 सितंबर को सुबह 06 बजकर 25 मिनट से लेकर सुबह 07 बजकर 55 मिनट तक है। 
तथा शुभ का चौघड़िया सुबह 9:26am  से  10:57am तक

🪷वहीं, अभिजीत मुहूर्त सुबह 12 बजकर 03 मिनट से दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक है। इन योग में घटस्थापना कर मां दुर्गा की पूजा कर सकते हैं।

🪷 नवरात्र में माता रानी का हाथी पर हो रहा आगमन, इस बार चतुर्थी 2 दिन; जानिए कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त

 🪷मां दुर्गा का आगमन🪷

शशि सूर्य गजरुढा शनिभौमै तुरंगमे।
गुरौशुक्रेच दोलायां बुधे नौकाप्रकीर्तिता॥
गजेश जलदा देवी क्षत्रभंग तुरंगमे।
नौकायां कार्यसिद्धिस्यात् दोलायों मरणधु्रवम्॥

🪷देवीपुराण में निहित श्लोक के अनुसार, रविवार और सोमवार के दिन मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं। इस साल जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा शारदीय नवरात्र में गज यानी हाथी पर सवार होकर आएंगी। ज्योतिष के अनुसार  मां दुर्गा का हाथी पर सवार होकर आना सुखप्रद रहने वाला है। इससे मानव जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने वाला है।

🪷  मां दुर्गा का प्रस्थान🪷
शशि सूर्य दिने यदि सा विजया महिषागमने रुज शोककरा,

शनि भौमदिने यदि सा विजया चरणायुध यानि करी विकला।

बुधशुक्र दिने यदि सा विजया गजवाहन गा शुभ वृष्टिकरा,

सुरराजगुरौ यदि सा विजया नरवाहन गा शुभ सौख्य करा॥

🪷देवी पुराण में वर्णित श्लोक के अनुसार, गुरुवार के दिन मां दुर्गा भक्तजनों के कंधे पर सवार होकर जाती हैं। मां दुर्गा का नरवाहन प्रस्थान करना शुभ होता है। इससे जीवन पर उत्तम असर पड़ता है। साधक के सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। सुख एवं शांति बनी रहेगी। मां दुर्गा की कृपा से भक्तजनों की हर मनोकामना पूरी होगी। साथ ही दुख और दर्द दूर हो जाएंगे।

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*☠️🐍जय श्री महाकाल सरकार ☠️🐍*🪷* मोर मुकुट बंशीवाले  सेठ की जय हो 🪷*
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*♥️~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको  केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*

*♥️ रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेमजी", नागौर (राज,)* 
*।।आपका आज का दिन शुभ मंगलमय हो।।* 
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vipul

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