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पञ्चाङ्ग - 03-11-2025

 *🗓*आज का पञ्चाङ्ग*🗓*

jyotis


*🎈दिनांक  03 नवंबर 2025 *
*🎈 दिन -  सोमवार*
*🎈 विक्रम संवत् - 2082*
*🎈 अयन - दक्षिणायण*
*🎈 ऋतु - शरद*
*🎈 मास - कार्तिक*
*🎈 पक्ष -  शुक्ल पक्ष*
*🎈तिथि-    त्रयोदशी    26:05:18* am तत्पश्चात् चतुर्दशी*
*🎈 नक्षत्र -     उत्तरभाद्रपदा    15:04:49*
pm तत्पश्चात्  रेवती*
*🎈 योग -     हर्शण    19:38:32* तक तत्पश्चात् वज्र*
*🎈करण    - कौलव    15:40:08
am तक तत्पश्चात् तैतुल*
*🎈 राहुकाल -हर जगह का अलग है- 08:10 am to 09:33pm तक (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)* 
*🎈चन्द्र राशि    -   मीन*
*🎈सूर्य राशि-       तुला    *
*🎈सूर्योदय - 06:47:48am*
*🎈सूर्यास्त -17:49:05pm* 
*(सूर्योदय एवं सूर्यास्त ,नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈दिशा शूल - पूर्व दिशा में*
*🎈ब्रह्ममुहूर्त - प्रातः 05:03 से प्रातः 05:55 तक *(नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈अभिजित मुहूर्त-    11:56 ए एम से 12:41 पी एम*
*🎈 निशिता मुहूर्त - 11:53 पी एम से 12:45 ए एम,3नवंबर 2025तक*
*🎈 सर्वार्थ सिद्धि योग    05:03 पी एम से 06:47 ए एम, नवम्बर 03*
*🎈 व्रत एवं पर्व- प्रदोष  व्रत ३नवंबर 2025  सोमवार को।
*🎈विशेष -  
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    *🛟चोघडिया, दिन🛟*
   नागौर, राजस्थान, (भारत)    
   मानक सूर्योदय के अनुसार।

*🎈 अमृत - सर्वोत्तम-06:47 ए एम से 08:09 ए एम*

*🎈काल - हानि-08:09 ए एम से 09:32 ए एम काल वेला*

*🎈शुभ - उत्तम-09:32 ए एम से 10:55 ए एम*

*🎈रोग - अमंगल-10:55 ए एम से 12:18 पी एम*

*🎈 उद्वेग - अशुभ-12:18 पी एम से 01:41 पी एम*

*🎈चर - सामान्य-01:41 पी एम से 03:04 पी एम*

*🎈लाभ - उन्नति*03:04 पी एम से 0 4:27 पी एम वार वेला*
*🎈 अमृत - सर्वोत्तम-04:27 पी एम से 05:50 पी एम*

      *🛟चोघडिया, रात्🛟*
*🎈चर - सामान्य-05:50 पी एम से 07:27 पी एम*

*🎈रोग - अमंगल-07:27 पी एम से 09:05 पी एम*

*🎈काल - हानि-09:05 पी एम से 10:42 पी एम*

*🎈लाभ - उन्नति-10:42 पी एम से 12:19 ए एम, नवम्बर 04 काल रात्रि*

*🎈 चर - सामान्य-05:50 पी एम से 07:27 पी एम*

*🎈रोग - अमंगल-07:27 पी एम से 09:05 पी एम*

*🎈काल - हानि+09:05 पी एम से 10:42 पी एम"

लाभ - उन्नति-10:42 पी एम से 12:19 ए एम, नवम्बर 04 काल रात्रि*

*🎈उद्वेग - अशुभ-12:19 ए एम से 01:56 ए एम, नवम्बर 04*

*🎈 शुभ - उत्तम01:56 ए एम से 03:33 ए एम, नवम्बर 04*

*🎈अमृत - सर्वोत्तम03:33 ए एम से 05:10 ए एम, नवम्बर 04*

*🎈चर - सामान्य-05:10 ए एम से 06:47 ए एम, नवम्बर 04 उद्वेग - अशुभ-12:19 ए एम से 01:56 ए एम, नवम्बर 04*

*🎈शुभ - उत्तम-01:56 ए एम से 03:33 ए एम, नवम्बर 04*

*🎈 अमृत - सर्वोत्तम-03:33 ए एम से 05:10 ए एम, नवम्बर 04*

चर - सामान्य-05:10 ए एम से 06:47 ए एम, नवम्बर 04*
kundli



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     🚩*श्रीगणेशाय नमोनित्यं*🚩
  🚩*☀जय मां सच्चियाय* 🚩
🍁 *🎈 🦚🦚🔥💚🕉️🥀
🚩🌼#🌷🌷 शुक्र ग्रह का तुला राशि में गोचर 🌷🌷🌷
    
🚩.भीष्म पंचक व्रत चल रहा है।

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🔴 शुक्र ग्रह का तुला राशि में गोचर

🔴धन, ऐश्वर्य, प्रेम और भौतिक सुखों के कारक ग्रह शुक्र का अपनी स्वराशि तुला में गोचर ज्योतिषीय दृष्टि से एक अत्यंत महत्वपूर्ण घटना है। यह गोचर 02 नवंबर, 2025 को होगा, जब शुक्र ग्रह दोपहर लगभग 01 बजकर 21 मिनट पर तुला राशि में प्रवेश करेंगे और 26 नवंबर, 2025 तक इसी राशि में विराजमान रहेंगे। चूँकि तुला राशि शुक्र की अपनी राशि है, इसलिए इस गोचर के दौरान ग्रह अपनी पूरी शक्ति और शुभता के साथ कार्य करता है, जिससे मालव्य महापुरुष राजयोग का निर्माण होता है। यह राजयोग जातकों को विशेष रूप से धन-संपदा, आकर्षक व्यक्तित्व, कला के क्षेत्र में सफलता, और प्रेम तथा वैवाहिक जीवन में मधुरता प्रदान करता है। यह अवधि कलात्मकता, सौंदर्य और विलासिता से जुड़े कार्यों के लिए विशेष रूप से शुभ मानी जाती है

🔴यहाँ शुक्र ग्रह के तुला राशि में गोचर का सभी राशियों पर पड़ने वाला विस्तृत प्रभाव दिया गया है:

⚫ मेष राशि: मेष राशि के जातकों के लिए, शुक्र का गोचर उनके सातवें भाव में होगा, जो विवाह, साझेदारी और सार्वजनिक संबंधों का प्रतिनिधित्व करता है। यह गोचर उनके निजी और पेशेवर दोनों तरह के रिश्तों में अत्यधिक मधुरता लाएगा। वैवाहिक जीवन में प्रेम और रोमांस की वृद्धि होगी, और जो लोग विवाह के इच्छुक हैं, उनके लिए अच्छे प्रस्ताव आने के प्रबल योग बनेंगे। व्यवसायिक साझेदारी (Business Partnership) के लिए यह अवधि शानदार है; आप नई लाभदायक डील कर सकते हैं या किसी पुराने विवाद को सुलझा सकते हैं। आपका व्यक्तित्व विपरीत लिंग के प्रति अधिक आकर्षक बनेगा, जिससे सामाजिक और पेशेवर जीवन में लाभ मिलेगा। हालांकि, साझेदारी के मामलों में अत्यधिक भावुकता से बचें और संतुलन बनाए रखें।

⚫ वृषभ राशि: वृषभ राशि के लिए, शुक्र का गोचर उनके छठे भाव में होगा, जो रोग, ऋण, शत्रु और दैनिक दिनचर्या से संबंधित है। वृषभ राशि के स्वामी स्वयं शुक्र हैं, और यह गोचर उन्हें अपने विरोधियों पर विजय दिलाने में मदद करेगा। इस अवधि में आपके शत्रु निष्क्रिय हो जाएंगे। दैनिक दिनचर्या और कार्यस्थल पर स्थितियाँ आपके पक्ष में होंगी, जिससे नौकरीपेशा जातकों को मेहनत का उचित फल मिलेगा। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से यह गोचर मिश्रित परिणाम देगा—छोटी-मोटी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है, लेकिन अत्यधिक सुख-सुविधाओं के कारण स्वास्थ्य पर ध्यान देना आवश्यक होगा। आपको अनावश्यक खर्चों और किसी को उधार देने से बचना चाहिए, ताकि आर्थिक स्थिति मजबूत बनी रहे।

⚫ मिथुन राशि: मिथुन राशि के लिए यह गोचर उनके पांचवें भाव में होगा, जो प्रेम संबंध, संतान, शिक्षा, मनोरंजन और रचनात्मकता का भाव है। यह गोचर मिथुन राशि वालों के लिए अत्यंत शुभ और लाभकारी सिद्ध होगा। उनके प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी और अविवाहितों के जीवन में किसी खास व्यक्ति का आगमन हो सकता है। यह समय संतान पक्ष से शुभ समाचार दिलाएगा। शिक्षा और कला, मीडिया या मनोरंजन जैसे रचनात्मक क्षेत्रों से जुड़े छात्रों और पेशेवरों को बड़ी सफलता मिल सकती है। चूँकि शुक्र यहाँ मालव्य राजयोग बनाएगा, इसलिए आकस्मिक धन लाभ और निवेश से अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना है। इस अवधि में आप अधिक आशावादी और ऊर्जावान महसूस करेंगे, जिसका सीधा लाभ आपके करियर ग्रोथ पर पड़ेगा।

⚫ कर्क राशि: कर्क राशि के जातकों के लिए, शुक्र का गोचर उनके चौथे भाव में होगा, जिसे सुख का भाव, माता और भौतिक संपदा का स्थान माना जाता है। शुक्र का यह गोचर कर्क राशि वालों के लिए अत्यंत शुभ और आरामदायक रहेगा। इस अवधि में आपके घर में सुख-शांति का माहौल रहेगा और आप घर की साज-सज्जा या नवीनीकरण पर खर्च कर सकते हैं। नया वाहन या संपत्ति खरीदने के योग प्रबल होंगे। आपको अपनी माता का पूरा सहयोग और आशीर्वाद मिलेगा, और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। कार्यक्षेत्र में भी चीजें आपके अनुकूल रहेंगी, लेकिन मुख्य ध्यान घरेलू जीवन और आराम पर रहेगा। यह समय आपको भावनात्मक स्थिरता और भौतिक संतुष्टि प्रदान करेगा।

⚫ सिंह राशि: सिंह राशि के लिए शुक्र का गोचर उनके तीसरे भाव में होगा, जो साहस, छोटे भाई-बहन, संचार और छोटी यात्राओं का प्रतिनिधित्व करता है। इस गोचर के प्रभाव से आपके पराक्रम और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। आप अपनी प्रभावशाली वाणी और संचार कौशल से दूसरों को प्रभावित करने में सफल रहेंगे, जिसका सीधा लाभ आपके करियर और सामाजिक जीवन में मिलेगा। मीडिया, लेखन, मार्केटिंग या कला से जुड़े लोगों के लिए यह गोचर विशेष रूप से लाभकारी सिद्ध होगा, क्योंकि रचनात्मकता अपने चरम पर रहेगी। छोटे भाई-बहनों और पड़ोसियों के साथ आपके संबंध मधुर बनेंगे। छोटी और मनोरंजक यात्राओं के योग भी बनेंगे, जो आपको तरोताज़ा महसूस कराएंगे।

⚫ कन्या राशि: कन्या राशि के जातकों के लिए, शुक्र का गोचर उनके दूसरे भाव में होगा, जो धन, कुटुंब, वाणी और संचित संपत्ति का स्थान है। शुक्र का अपनी स्वराशि में यह गोचर आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस समय आपके धन संचय के योग बनेंगे और आय के नए स्रोत खुल सकते हैं। आपकी वाणी अत्यधिक मधुर और प्रभावशाली हो जाएगी, जिससे आप पारिवारिक और पेशेवर दोनों ही मोर्चों पर लाभ उठाएंगे। रुका हुआ या फंसा हुआ धन वापस मिल सकता है। परिवार के सदस्यों के बीच सौहार्द बढ़ेगा और किसी शुभ आयोजन पर खर्च हो सकता है। यह अवधि आपको वित्तीय स्थिरता और समृद्धि प्रदान करने वाली होगी।

⚫ तुला राशि: तुला राशि के जातकों के लिए, शुक्र का गोचर उनके लग्न यानी पहले भाव में हो रहा है, जो व्यक्तित्व, स्वास्थ्य और समग्र जीवन का भाव है। यह गोचर आपके लिए अत्यंत शुभ और फलदायी है, क्योंकि शुक्र आपकी राशि के स्वामी हैं और यहाँ मालव्य महापुरुष राजयोग का निर्माण करेंगे। आपका आत्मविश्वास और आकर्षण चरम पर होगा। लोग आपके व्यक्तित्व से प्रभावित होंगे और सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा, और आप ऊर्जावान महसूस करेंगे। यह अवधि नए लक्ष्यों को निर्धारित करने, करियर में पहल करने और अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए सबसे अच्छी है। वैवाहिक जीवन में रोमांस और सामंजस्य बढ़ेगा।

⚫ वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के लिए, शुक्र का गोचर उनके बारहवें भाव में होगा, जो व्यय, हानि, विदेश और मोक्ष का भाव है। यह गोचर आपके खर्चों में वृद्धि कर सकता है, खासकर सुख-सुविधाओं और विलासिता की वस्तुओं पर। विदेश से जुड़े मामलों में (जैसे विदेश यात्रा या विदेशी क्लाइंट्स से) लाभ मिल सकता है। आपको अपनी नींद और आराम पर ध्यान देना चाहिए। यह अवधि आध्यात्मिक खर्चों या दान-पुण्य के लिए भी अच्छी है। अनावश्यक दिखावे और फिजूलखर्ची से बचें। कुछ जातकों को गुप्त स्रोतों से लाभ होने की संभावना भी बन सकती है।

⚫ धनु राशि: धनु राशि के जातकों के लिए, शुक्र का गोचर उनके ग्यारहवें भाव में होगा, जो आय, लाभ, बड़े भाई-बहन और सामाजिक नेटवर्क का स्थान है। यह गोचर आर्थिक मोर्चे पर अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा। आपकी आय में उल्लेखनीय वृद्धि होगी और धन कमाने के नए रास्ते खुलेंगे। सामाजिक जीवन सक्रिय रहेगा, और आप अपने मित्रों एवं बड़े भाई-बहनों से सहयोग प्राप्त करेंगे। व्यवसाय से जुड़े लोगों को अच्छा लाभ होगा और लंबित योजनाएँ सफल होंगी। यह समय आपकी इच्छाओं की पूर्ति के लिए उत्तम है।

⚫ मकर राशि: मकर राशि के लिए, शुक्र का गोचर उनके दसवें भाव में होगा, जो करियर, पद-प्रतिष्ठा और कर्म का भाव है। शुक्र का यहाँ गोचर (मालव्य राजयोग बनाते हुए) आपके पेशेवर जीवन के लिए एक वरदान साबित हो सकता है। कार्यक्षेत्र में आपको नई पहचान मिलेगी, और पदोन्नति के योग बन सकते हैं। उच्च अधिकारियों का सहयोग प्राप्त होगा। कला, फैशन, मीडिया या सौंदर्य से जुड़े व्यवसायों में विशेष सफलता मिलेगी। यह अवधि आपको अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने और सार्वजनिक जीवन में मान-सम्मान अर्जित करने में मदद करेगी।

⚫ कुंभ राशि: कुंभ राशि के जातकों के लिए, शुक्र का गोचर उनके नौवें भाव में होगा, जो भाग्य, धर्म, उच्च शिक्षा और लंबी यात्राओं का भाव है। यह गोचर आपके भाग्य को प्रबल करेगा। आपके रुके हुए कार्य बनने लगेंगे और धार्मिक गतिविधियों में आपकी रुचि बढ़ेगी। उच्च शिक्षा के लिए प्रयासरत छात्रों को सफलता मिलेगी। लंबी दूरी की या विदेश यात्राएँ लाभकारी सिद्ध हो सकती हैं। पिता और गुरुजनों का सहयोग प्राप्त होगा, जिससे आपके जीवन में प्रगति आएगी। यह समय जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाकर आगे बढ़ने का है।

⚫ मीन राशि: मीन राशि के लिए, शुक्र का गोचर उनके आठवें भाव में होगा, जो आयु, आकस्मिक लाभ, अनुसंधान और बाधाओं का स्थान है। यह गोचर अचानक धन लाभ या पैतृक संपत्ति से जुड़े मामलों में सफलता दिला सकता है। अनुसंधान और गुप्त विद्याओं में रुचि बढ़ेगी। हालांकि, आठवाँ भाव बाधाओं का भी होता है, इसलिए आपको स्वास्थ्य और वाहन चलाने में सावधानी बरतनी चाहिए। यह अवधि आपके जीवनसाथी के धन और ससुराल पक्ष से लाभ दिलाने में सहायक हो सकती है। किसी भी तरह के बड़े निवेश से पहले अच्छी तरह विचार कर लें।


   💥 ।। शुभम् भवतु।।💥

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🔱🇪🇬जय श्री महाकाल सरकार 🔱🇪🇬 मोर मुकुट बंशीवाले  सेठ की जय हो 🪷*
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*♥️~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको  केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*♥️ रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेमजी", नागौर (राज,)* 
*।।आपका आज का दिन शुभ मंगलमय हो।।* 
🕉️📿🔥🌞🚩🔱ॐ  🇪🇬🔱
vipul

 

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