*🗓*आज का पञ्चाङ्ग*🗓*
*🎈 🔷आश्विन, शुक्ल पक्ष,एकादशी विक्रम सम्वत 2082, 3अक्टूबर 2025
शुक्रवार नवरात्र पर्व पूर्ण 🌙 *🙏
*🎈दिनांक -3 अक्टूबर 2025*
*🎈 दिन - शुक्रवार*
*🎈 विक्रम संवत् - 2082*
*🎈 अयन - दक्षिणायण*
*🎈 ऋतु - शरद*
*🎈 मास - आश्विन*
*🎈 पक्ष - शुक्ल पक्ष*
*🎈तिथि- एकादशी 18:32:28 शाम तक तत्पश्चात् द्वादशी*
*🎈 नक्षत्र - श्रवण 09:33:21 am तक तत्पश्चात् धनिष्ठा*
*🎈 योग - धृति 21:44:43* रात्रि तक तत्पश्चात् शूल*
*🎈करण -वणिज 06:57:16
am तक तत्पश्चात् बालव*
*🎈 राहुकाल_हर जगह का अलग है- सुबह 10:55 am से दोपहर 12:24 am तक (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈चन्द्र राशि - मकर till 21:26:29*
*🎈चन्द्र राशि - कुम्भ from 21:26:29*
*🎈सूर्य राशि- कन्या *
*🎈 सूर्योदय - 06:29:43*am
*🎈 सूर्यास्त -06:17:50*pm (सूर्योदय एवं सूर्यास्त ,नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈 दिशा शूल - पश्चिम दिशा में*
*🎈 ब्रह्ममुहूर्त - प्रातः 04:51 से प्रातः 05:40 तक (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈 अभिजित मुहूर्त- 12:00 पी एम से 12:48 पी एम (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈 निशिता मुहूर्त - निशिता मुहूर्त 12:00 पी एम से 12:48 ए एम, अक्टूबर 04 तक (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈सर्वार्थ सिद्धि योग- 06:29 ए एम से 09:34 ए एम*
*🎈 व्रत पर्व विवरण - एकादशी
का व्रत*
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*🛟चोघडिया, दिन🛟*
नागौर, राजस्थान, (भारत)
सूर्योदय के अनुसार।
*🎈 चर - सामान्य-06:29 ए एम से 07:57 ए एम*
*🎈लाभ - उन्नति-07:57 ए एम से 09:26 ए एम*
*🎈अमृत - सर्वोत्तम-09:26 ए एम से 10:55 ए एम वार वेला*
*🎈काल - हानि-10:55 ए एम से 12:24 पी एम काल वेला*
*🎈शुभ - उत्तम-12:24 पी एम से 01:53 पी एम*
*🎈रोग - अमंगल-01:53 पी एम से 03:21 पी एम*
*🎈उद्वेग - अशुभ-03:21 पी एम से 04:50 पी एम*
*🎈चर - सामान्य-04:50 पी एम से 06:19 पी एम*
*🛟चोघडिया, रात्🛟*
*🎈रोग - अमंगल-06:19 पी एम से 07:50 पी एम*
*🎈काल - हानि-07:50 पी एम से 09:22 पी एम*
*🎈लाभ - उन्नति-09:22 पी एम से 10:53 पी एम काल रात्रि*
*🎈उद्वेग - अशुभ-10:53 पी एम से 12:24 ए एम, अक्टूबर 04*
*🎈शुभ - उत्तम-12:24 ए एम से 01:55 ए एम, अक्टूबर 04*
*🎈अमृत - सर्वोत्तम-01:55 ए एम से 03:27 ए एम, अक्टूबर 04*
*🎈चर - सामान्य-03:27 ए एम से 04:58 ए एम, अक्टूबर 04*
*🎈रोग - अमंगल-04:58 ए एम से 06:29 ए एम, अक्टूबर 04*
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🚩 *☀#जय गणेश☀*
*🌹जय मां सच्चियाय 🌹*
आपको मैं एक दुर्लभ गणेश शाबर मंत्र बता रहा हूँ, जो विशेष रूप से कार्य सिद्धि और विघ्न नाश हेतु प्रयोग किया जाता है। यह शाबर मंत्र साधकों के बीच गुप्त रूप से प्रचलित है
गणेश शाबर कार्य सिद्धि मंत्र
ॐ नमो गणपतिये,
विघ्न विनाशक श्री गणपति,
सर्व कार्य सिद्धि करो करो।
मेरे सब विघ्न हर लो,
शब्द साँचा, पिण्ड काँचा,
फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा॥
प्रयोग विधि
1. आरम्भ – बुधवार, चतुर्थी या किसी शुभ मुहूर्त से आरम्भ करें।
2. आसन – कुशा या लाल आसन पर पूर्वमुख होकर बैठें।
3. पूजन – गणेश जी को दूर्वा, मोदक, लाल फूल अर्पित करें।
4. जाप – 108 बार रोज़ रुद्राक्ष की माला से।
5. नियम – साधना 11 दिन तक करें, प्रतिदिन दीपक व धूप जलाकर।
6. फल – कार्यों की अड़चनें दूर होंगी और मनोकामना पूरी होगी।
👉 यह मंत्र विशेष रूप से अटकते कार्यों, न्यायालयी मामलों, नौकरी/व्यापार की बाधाओं और शत्रु विघ्नों को दूर करने में अत्यंत प्रभावी है।
इस गणेश शाबर कार्य सिद्धि साधना के साथ तिलक और यंत्र प्रयोग बता रहा हूँ, जिससे सिद्धि और शीघ्र मिलती है।
🔱 तिलक प्रयोग
साधना शुरू करने से पहले कुंकुम + चंदन + केसर मिलाकर तिलक बनाएँ।
यह तिलक रोज़ पूजा के बाद माथे पर (आज्ञा चक्र) और गणेश जी के चित्र/मूर्ति पर लगाएँ।
यह तिलक विघ्ननाश और आकर्षण शक्ति बढ़ाता है।
🕉️ गणेश यंत्र प्रयोग
1. यंत्र निर्माण
भोजपत्र (या ताम्रपत्र/सफ़ेद कागज़) पर लाल चंदन/अष्टगंध से नीचे का यंत्र लिखें:
ॐ गं गणपतये नमः
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(ऊपर “ॐ गं गणपतये नमः” लिखकर नीचे तीन खंड वाला छोटा चौकोर बनाना है।)
2. स्थापन
यंत्र को पूजा स्थान पर गणेश जी के सामने रखें।
रोज़ मंत्र जाप से पहले इस यंत्र पर दूर्वा और लाल फूल चढ़ाएँ।
3. अभिमंत्रण
11 दिन साधना के बाद यह यंत्र सिद्ध हो जाता है।
इसे आप अपने पर्स, तिजोरी, ऑफिस या घर के मंदिर में रख सकते हैं।
इससे धन-लाभ, कार्य सिद्धि और विघ्न नाश होता है।
👉 इस तरह मंत्र + तिलक + यंत्र तीनों का संयुक्त प्रयोग करने से साधना कई गुना फलदायी हो जाती है।
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*☠️🐍जय श्री महाकाल सरकार ☠️🐍*🪷* मोर मुकुट बंशीवाले सेठ की जय हो 🪷*
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*♥️~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*♥️ रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेमजी", नागौर (राज,)*
*।।आपका आज का दिन शुभ मंगलमय हो।।*
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