*🗓*आज का पञ्चाङ्ग*🗓*
*🎈 🔷आश्विन, शुक्ल पक्ष,त्रयोदशी विक्रम सम्वत 2082, 5अक्टूबर 2025
रविवार 🌙 *🙏
*🎈दिनांक - 5 अक्टूबर 2025*
*🎈 दिन - रविवार*
*🎈 विक्रम संवत् - 2082*
*🎈 अयन - दक्षिणायण*
*🎈 ऋतु - शरद*
*🎈 मास - आश्विन*
*🎈 पक्ष - शुक्ल पक्ष*
*🎈तिथि- त्रयोदशी 15:03:18 शाम तक तत्पश्चात् चतुर्दशी*
*🎈 नक्षत्र - उत्तरभाद्रपदा 12:07:55 pm तक तत्पश्चात् रेवती*
*🎈 योग - हर्शण 24:11:11** रात्रि तक तत्पश्चात् वज्र*
*🎈करण -तैतुल 15:03:18*
am तक तत्पश्चात् वणिज*
*🎈 राहुकाल_हर जगह का अलग है- सुबह 04:48 pm से दोपहर 06:16 pm तक (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈चन्द्र राशि - मीन *
*🎈सूर्य राशि- तुला*
*🎈 सूर्योदय - 06:30:44*am
*🎈 सूर्यास्त -18:15:40*pm (सूर्योदय एवं सूर्यास्त ,नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈 दिशा शूल - पश्चिम दिशा में*
*🎈 ब्रह्ममुहूर्त - प्रातः 04:52 से प्रातः 05:41 तक (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈 अभिजित मुहूर्त- 12:00 पी एम से 12:47 पी एम (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈 निशिता मुहूर्त - 11:59 पी एम से 12:48 ए एम, अक्टूबर 06तक (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈सर्वार्थ सिद्धि योग 06:16 ए एम, अक्टूबर 06 से 06:30 ए एम, अक्टूबर 06*
*🎈 व्रत पर्व विवरण त्रयोदशी *
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*🛟चोघडिया, दिन🛟*
नागौर, राजस्थान, (भारत)
सूर्योदय के अनुसार।
*🎈 चर - सामान्य-06:29 ए एम से 07:57 ए एम*
*🎈लाभ - उन्नति-07:57 ए एम से 09:26 ए एम*
*🎈अमृत - सर्वोत्तम-09:26 ए एम से 10:55 ए एम वार वेला*
*🎈काल - हानि-10:55 ए एम से 12:24 पी एम काल वेला*
*🎈शुभ - उत्तम-12:24 पी एम से 01:53 पी एम*
*🎈रोग - अमंगल-01:53 पी एम से 03:21 पी एम*
*🎈उद्वेग - अशुभ-03:21 पी एम से 04:50 पी एम*
*🎈चर - सामान्य-04:50 पी एम से 06:19 पी एम*
*🛟चोघडिया, रात्🛟*
*🎈रोग - अमंगल-06:19 पी एम से 07:50 पी एम*
*🎈काल - हानि-07:50 पी एम से 09:22 पी एम*
*🎈लाभ - उन्नति-09:22 पी एम से 10:53 पी एम काल रात्रि*
*🎈उद्वेग - अशुभ-10:53 पी एम से 12:24 ए एम, अक्टूबर 04*
*🎈शुभ - उत्तम-12:24 ए एम से 01:55 ए एम, अक्टूबर 04*
*🎈अमृत - सर्वोत्तम-01:55 ए एम से 03:27 ए एम, अक्टूबर 04*
*🎈चर - सामान्य-03:27 ए एम से 04:58 ए एम, अक्टूबर 04*
*🎈रोग - अमंगल-04:58 ए एम से 06:29 ए एम, अक्टूबर 04*
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🚩 *☀#जय गणेश☀*
*🌹जय मां सच्चियाय 🌹*
*🎈स्त्री-पुरुष को ये बातें हमेशा गुप्त रखनी चाहिए🎈*
सुखी जीवन के लिए पुराने समय से कई मान्यताएं प्रचलित हैं। इन मान्यताओं में बताया गया है कि कौन-कौन से काम करना चाहिए और कौन-कौन से काम नहीं करना चाहिए। भविष्य में परेशानियों से बचने के लिए पुरानी मान्यताओं के अनुसार यहां 7 ऐसी बातें बताई जा रही हैं, जिन्हें हमेशा छिपाकर यानी गुप्त ही रखना चाहिए। यदि ये बातें अन्य लोगों को मालूम हो जाती हैं, तो हमारे जीवन में कभी भी समस्याएं आ सकती हैं। जानिए ये 7 बातें कौन-कौन सी हैं…
1. पति-पत्नी के बीच की बातें
अधिकांश परिवारों में वाद-विवाद होते रहते हैं, ये बहुत ही आम बात है, लेकिन आपसी झगड़े घर के बाहर किसी को भी नहीं बताने चाहिए। साथ ही, पति-पत्नी के बीच होने वाली गोपनीय बातें भी गुप्त ही रहना चाहिए। जो लोग इस बात का ध्यान नहीं रखते हैं, समाज में उनकी प्रतिष्ठा कम होती है। परिवार का अहित चाहने वाले लोग हमारे आपसी झगड़े से लाभ उठा सकते हैं।
2. औषधि यानी दवाइयां
मान्यता है कि औषधि को अन्य लोगों से छिपाकर रखेंगे तो औषधि रोगों में जल्दी लाभ पहुंचाती है। दवा को रोशनी और गर्मी से भी दूर रखना चाहिए। इन बातों का ध्यान रखने पर दवा असरदार बनी रहती है।
3. आयु यानी उम्र
काफी लोग अपनी उम्र दूसरों से छिपाते हैं। इसके पीछे उनकी ये इच्छा होती है कि वे खुद को जवान दिखाना चाहते हैं। आयु छिपाना चाहिए, लेकिन दूसरों की तुलना में स्वयं से आयु छिपाना ज्यादा फायदेमंद होता है। खुद से अपनी आयु छिपाना यानी किसी भी काम पर हमारी बढ़ती उम्र का बुरा असर नहीं होना चाहिए। उम्र बढ़ती रहेगी, लेकिन ऊर्जा और उत्साह में कमी नहीं आनी चाहिए। ये तब ही संभव है, जब हमारी आयु हमारे दिमाग पर हावी नहीं होगी। कुछ लोग जवानी में ही थके हुए और बीमार नजर आते हैं, जबकि कुछ लोग बुढ़ापे में भी अधिक उत्साही और ऊर्जावान नजर आते है, क्योंकि वे अपनी उम्र को खुद पर हावी नहीं होने देते हैं।
4. धन हानि यानी नुकसान
आज के समय में धन को किसी भी व्यक्ति की शक्ति का पैमाना माना जाता है। अधिकांश परिस्थितियों में धन के आधार पर ही रिश्ते निभाए जाते हैं और मित्रता की जाती है। अत: यदि हमें कभी भी धन हानि का सामना करना पड़े तो इस बात को गुप्त रखना चाहिए। धन हानि की बात दूसरों को बता दी जाएगी तो कई लोग हमसे दूरियां बढ़ा लेंगे। धन हानि से उबरने के लिए धन की आवश्यकता होती है, इस बात के जाहिर होने पर कोई धन की मदद भी नहीं करेगा। साथ ही, यदि हमारे पास बहुत सारा धन है तो इस बात को भी गुप्त रखना चाहिए।
5. अपमान
यदि किसी वजह से हमें अपमान का सामना करना पड़ा हो तो इस बात को गुप्त रखना फायदेमंद होता है। यदि दूसरों को यह मालूम होगा की हमें अपमान का सामना करना पड़ा है तो लोग हमारा मजाक बना सकते हैं।
6. मंत्र
गुरु द्वारा दिए गए मंत्र को गुप्त रखना चाहिए। गुरु मंत्र, तब ही सिद्ध होते हैं, जब इन्हें गुप्त रखा जाता है। मंत्रों को गुप्त रखने पर जल्दी ही शुभ फल प्राप्त होते हैं।
7. दान
गुप्त दान का विशेष महत्व बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि जो लोग गुप्त रूप से दान करते हैं, उन्हें अक्षय पुण्य के साथ ही देवी-देवताओं की कृपा से सभी सुख-सुविधाएं प्राप्त होती हैं। दूसरों को बता-बताकर दान करने पर पुण्य प्राप्त नहीं हो पाता है।
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*☠️🐍जय श्री महाकाल सरकार ☠️🐍*🪷* मोर मुकुट बंशीवाले सेठ की जय हो 🪷*
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*♥️~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेमजी", नागौर (राज,)*
*।।आपका आज का दिन शुभ मंगलमय हो।।*
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