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पञ्चाङ्ग - 16-11-2025

 *🗓*आज का पञ्चाङ्ग*🗓*

jyotis


*🎈दिनांक 16नवंबर 2025 *
*🎈 दिन -   रविवार*
*🎈 विक्रम संवत् - 2082*
*🎈 अयन - दक्षिणायण*
*🎈 ऋतु - शरद*
*🎈 मास - मार्गशीर्ष*
*🎈 पक्ष - कृष्ण पक्ष*
*🎈तिथि-        द्वादशी    03:47:03*am तत्पश्चात् त्रयोदशी*
*🎈 नक्षत्र - हस्त    26:10:07 am  तत्पश्चात्     हस्त*
*🎈 योग    -प्रीति    31:21:53*am* तक तत्पश्चात् प्रीति*
*🎈करण    -         कौलव    15:39:37
Pm तक तत्पश्चात् तैतुल*
*🎈 राहुकाल -हर जगह का अलग है- 04:22 pm to 05:42pm तक (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)* 
*🎈चन्द्र राशि-     कन्या    till 15:34:08
*🎈चन्द्र राशि-     तुला     from 15:34:08*
 *🎈सूर्य राशि-       वृश्चिक*
*🎈सूर्योदय - 06:57:01am*
*🎈सूर्यास्त -17:42:09pm* 
*(सूर्योदय एवं सूर्यास्त ,नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈दिशा शूल - पश्चिम दिशा में*
*🎈ब्रह्ममुहूर्त - 05:10 ए एम से 06:03 ए एम प्रातः तक *(नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈अभिजित मुहूर्त-11:58 ए एम से 12:41 पी एम*
*🎈द्विपुष्कर योग-    02:11 ए एम, नवम्बर 17 से 04:47 ए एम, नवम्बर 17*
*🎈 निशिता मुहूर्त - 11:54 पी एम से 12:46 ए एम, नवम्बर 17,*
*🎈अमृत सिद्धि- योग    06:56 ए एम से 02:11 ए एम, नवम्बर 17*
*🎈सर्वार्थ सिद्धि- योग    06:56 ए एम से 02:11 ए एम, नवम्बर 17*
*🎈 व्रत एवं पर्व-  ब्रह्म वैवर्त पुराण के अनुसार, नवमी को लौकी और कलंबी शाक नहीं खाना चाहिए।। *  
*🎈विशेष -  मार्गशीर्ष महात्म्य*
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    *🛟चोघडिया, दिन🛟*
   नागौर, राजस्थान, (भारत)    
   मानक सूर्योदय के अनुसार।

*🍁 उद्वेग - अशुभ-06:56 ए एम से 08:17 ए एम*

*🍁चर - सामान्य-08:17 ए एम से 09:38 ए एम*

*🍁लाभ - उन्नति-09:38 ए एम से 10:59 ए एम*

*🍁अमृत - सर्वोत्तम-10:59 ए एम से 12:20 पी एम वार वेला*

*🍁काल - हानि-12:20 पी एम से 01:41 पी एम काल वेला*

*🍁शुभ - उत्तम-01:41 पी एम से 03:02 पी एम*

*🍁रोग - अमंगल-03:02 पी एम से 04:23 पी एम*

*🍁उद्वेग - अशुभ-04:23 पी एम से 05:43 पी एम*

      *🛟चोघडिया, रात्🛟*
*🎈शुभ - उत्तम-05:43 पी एम से 07:23 पी एम*

*🎈अमृत - सर्वोत्तम-07:23 पी एम से 09:02 पी एम*

*🎈चर - सामान्य-09:02 पी एम से 10:41 पी एम*

*🎈रोग - अमंगल-10:41 पी एम से 12:20 ए एम, नवम्बर 17*

*🎈काल - हानि-12:20 ए एम से 01:59 ए एम, नवम्बर 17*

*🎈लाभ - उन्नति-01:59 ए एम से 03:38 ए एम, नवम्बर 17 काल रात्रि*

*🎈उद्वेग - अशुभ-03:38 ए एम से 05:18 ए एम, नवम्बर 17*

*🎈शुभ - उत्तम-05:18 ए एम से 06:57 ए एम, नवम्बर 17*
kundli




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     🚩*श्रीगणेशाय नमोनित्यं*🚩
  🚩*☀जय मां सच्चियाय* 🚩
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🌷 ..# 💐🍁🍁#जानिए_अपने_घर_दुकान_फैक्ट्री_या_ऑफिस_में_पानी_की_निकासी_का_वास्तु🍁
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        🍁#vastu_tips 

    ♨️  नमस्कार मित्रों जय श्री राम 

 ♨️मित्रों हमारे घर दुकान फैक्ट्री या ऑफिस से पानी की निकासी का भी बहुत महत्व होता है अगर हमारे घर से पानी की निकासी सही स्थान से नहीं हो रही है तो शारीरिक मानसिक और आर्थिक तीनों तरह से समस्याएं उत्पन्न होती है आईए जानते हैं पानी के निकासी का वास्तु

   ♨️वास्तु के अनुसार, पानी की निकासी के लिए उत्तर दिशा, पूर्व दिशा या ईशान कोण सबसे शुभ दिशाएँ हैं। इन दिशाओं में पानी की निकासी से घर में धन और सुख-समृद्धि आती है। इसके विपरीत, दक्षिण दिशा या दक्षिण-पश्चिम दिशा में पानी की निकासी से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ और धन की हानि हो सकती है, इसलिए यह शुभ नहीं मानी जाती है। 

♨️ शुभ दिशाएँ:

♨️ उत्तर: उत्तर दिशा में पानी की निकासी से धन लाभ होता है।

♨️ पूर्व: पूर्व दिशा में ढलान या नाली का होना शुभ माना जाता है।

ईशान कोण (उत्तर-पूर्व): यह दिशा भी बहुत शुभ है और घर के सदस्यों को स्वस्थ रखती है। 

♨️ अशुभ दिशाएँ:

♨️ दक्षिण: दक्षिण दिशा में पानी की निकासी से धन हानि होती है और घर में शांति भंग होती है।

♨️ पश्चिम: पश्चिम दिशा में निकासी होने पर संतान संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं।

♨️ दक्षिण-पश्चिम: इस दिशा में पानी की निकासी से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। 

♨️ दक्षिण_ पूर्व दिशा: इस दिशा से पानी की निकासी घर की स्त्रियों को कभी ठीक नहीं होने वाली बीमारी देती है

♨️  पानी की निकासी के लिए जरूरी सुझाव :

♨️ घर की नालियों को हमेशा ढक कर रखना चाहिए, क्योंकि खुली नालियों से घर की बरकत खत्म होती है।

♨️  घर के फर्श और छत का ढलान हमेशा उत्तर दिशा या पूर्व दिशा में होना चाहिए, ताकि पानी उस तरफ बहे। 

 ♨️  मित्रों यदि आपको लगता है कि हमारे घर दुकान फैक्ट्री या ऑफिस में भी वास्तु दोष हो सकता है तो आप वहां का नक्शा हमारे व्हाट्सएप पर भेज कर मात्र ₹500 मैप रीडिंग चार्ज में संपूर्ण वास्तु की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और साथ ही यदि कुछ वास्तु दोष पाया जाता है तो बिना तोड़फोड़ अभिमंत्रित यंत्रों की रेमेडीज की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।
         ।। जय श्री कृष्ण ।।
       💥।। शुभम् भवतु।।💥

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🔱🇪🇬जय श्री महाकाल सरकार 🔱🇪🇬 मोर मुकुट बंशीवाले  सेठ की जय हो 🪷*
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*♥️~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको  केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*♥️ रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेमजी", नागौर (राज,)* 
*।।आपका आज का दिन शुभ मंगलमय हो।।* 
🕉️📿🔥🌞🚩🔱ॐ  🇪🇬🔱
vipul

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