*🗓*आज का पञ्चाङ्ग*🗓*
*🎈दिनांक 24नवंबर 2025 *
*🎈 दिन - सोमवार"
*🎈 विक्रम संवत् - 2082*
*🎈 अयन - दक्षिणायण*
*🎈 ऋतु - शरद*
*🎈 मास - मार्गशीर्ष*
*🎈 पक्ष - शुक्ल पक्ष*
*🎈तिथि- तृतीया 19:24:08*pm तत्पश्चात् पंचमी*
*🎈 नक्षत्र - पूर्वाषाढा 21:52:45* pm तत्पश्चात् उत्तराषाढा*
*🎈 योग -शूल 12:35:49*pm तक तत्पश्चात् गण्ड *
*🎈करण - वणिज 08:25:16
Pm तक तत्पश्चात् विष्टि भद्र *
*🎈 राहुकाल -हर जगह का अलग है- 04:20 am to 05:40pm तक (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈चन्द्र राशि- धनु till 28:26:05*
*🎈चन्द्र राशि - मकर from 28:26:05*
*🎈सूर्य राशि- वृश्चिक*
*🎈सूर्योदय - 07:03:26am*
*🎈सूर्यास्त -17:39:58pm*
*(सूर्योदय एवं सूर्यास्त ,नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈दिशा शूल - पूर्व दिशा में*
*🎈ब्रह्ममुहूर्त - 05:15 ए एम से 06:09:00( ए एम प्रातः तक *(नागौर
राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈अभिजित मुहूर्त- 12:00 पी एम से 12:43 पी एम*
*🎈 निशिता मुहूर्त - 12:00 पी एम से 12:43 पी एम*
*🎈 रवि योग -07:02 ए एम से 09:53 पी एम*
*🎈 व्रत एवं पर्व- विनायक चतुर्थी*
*🎈विशेष - मार्गशीर्ष महात्म्य*
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*🛟चोघडिया, दिन🛟*
नागौर, राजस्थान, (भारत)
मानक सूर्योदय के अनुसार।
*🛟चोघडिया, रात्🛟*
🚩*श्रीगणेशाय नमोनित्यं*🚩
🚩*☀जय मां सच्चियाय* 🚩
🌷 ..# 💐🍁🍁✍️ | #🌕 धन संबंधित उपायों की सम्पूर्ण व्याख्या भाग २ .......❗️
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👉 असम्भव की प्राप्ती के लिये उपाय नही करें।
👉 किसी के अनिष्ट के लिये उपाय नही करे अन्यथा प्रकृति के नियम अनुसार आप जिसके साथ जैसा करेंगे वैसा ही फल आपको भी आगे भोगने को मिलेगा।
👉 संस्कृत ज्ञान ना होने पर हिंदी अनुवाद में पाठ अथवा स्त्रोत्र करें संस्कृत को जबरदस्ती पढ़ने का प्रयास हानि करा सकता है।
👉 उपाय करते समय अपने गुरु और इष्ट के प्रति समर्पित भाव होना चाहिये तभी सफलता निश्चित होती है।
👉 फल प्राप्ति में विलंब होने पर निराश ना हो पूर्वसंचित कर्म धीरे धीरे ही कटते है उसके बाद ही उपायों में सफलता मिकने लगती है एक या दो बार सफल ना होनेपर भी निष्ठा से उपाय करते रहे पत्थर पर भी रस्सी बार बार रगड़ते रहने पर निशान आ जाता है इससे भी कुछ प्रेरणा लें।
👉 जिस उपाय के प्रति अधिक आस्था हो विलंब होने पर भी उसे बदलें नही अन्यथा नया उपाय करने पर शक्तियों को संग्रहित होने में फिर से उतना ही समय लगेगा।
👉 उपाय करने के साथ-साथ कर्म भी करते रहे कुछ व्यक्ति सोचते है कि जो उपाय कर रहे है उसका फल मिलते ही उनकी समस्त संमस्या समाप्त हो जाएगी इसलिये अब अधिक पुरुषार्थ करने की आवश्यता नही जबकि ऐसा नही होता जिसे कर्ज होने की स्थिति में केवल उपाय पर ही निर्भर नही रहा जा सकता साथ मे व्यवसाय अथवा अन्य रोजगार में अधिक परिश्रम करने पर ही कर्ज उतारने की स्थिति बनेगी परिश्रम के साथ परमार्थ भी करने पर शीघ्र ही भगवत कृपा प्राप्त होती है।
सामग्री को जल में प्रवाहित कैसे करें?
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अनेक उपायों में यह उल्लेख आता है कि अमुक सामग्री को जल में प्रवाहित करें इसके पीछे छुपा कारण आपको बताते है कि इसके पीछे यह भावना होती है जिस प्रकार से प्रवाहित करने पर वस्तु हमसे दूर जा रही है उसी में हमारे कष्ट और समस्याए है जिन्हें तीव्र वेग वाले जल में बहाने पर उसी तीव्र वेग से हमारे दुख एवं कष्ट दूर चले जाएं। अधिकांश पाठकों के समक्ष यह समस्या आती है कि हमारे आस-पास बहता जल नही है ऐसी स्थिति में आप किसी तालाब में भी यह उपाय कर सकते है जो सामग्री आपने प्रवाहित करनी है उसे जल में छोड़कर दोनो हाथों से ११ अथवा २१ बार जल को आगे की ओर धकेले ऐसा करने पर सामग्री आपसे दूर चली जायेगी इसके बाद बहती सामग्री को प्रणाम कर ईश्वर से प्रार्थना करे जिसप्रकार सामग्री डोर जा रही है उसी प्रकार मेरी समस्याओं को दूर करें।
सामग्री 👉 उपायों में प्रयोग करने वाली सामग्री हमेशा स्वच्छ ही ले अधिकांश वस्तु आपके आसपास ही मिल जाती है लेकिन कुछ वस्तु ऐसी भी होती है जिन्हें डोर शहर से मंगाना पड़ता है जैसे कि शंख, गौमती चक्र, कौड़िया, यंत्र, रुद्राक्ष, अथवा अन्य सामग्री जो कि आपके पास पहुचने से पहले कई हाथों से गुजरती है इसलिये इनका पुनः शुद्धिकरण होना आवश्यक हो जाता है। इसलिये इन्हें गंगाजल में धोकर प्रयोग करें गंगाजल उपलब्ध ना होने पर गौमूत्र का भी प्रयोग कर सकते है। इसके बाद आप जो भी उपाय करेंगे वह अवश्य ही सफल होगा।
आज आपको उपाय संबंधित नियम निर्देशो की जानकारी दी गई है कल से नियमित उपाय के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी जाएगी आशा है आप सभी इनका प्रयोग कर लाभ के भागी बनेंगे।
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🌼 ।। जय श्री कृष्ण ।।🌼
💥।। शुभम् भवतु।।💥
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🔱🇪🇬जय श्री महाकाल सरकार 🔱🇪🇬 मोर मुकुट बंशीवाले सेठ की जय हो 🪷*
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*♥️~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*♥️ रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेमजी", नागौर (राज,)*
*।।आपका आज का दिन शुभ मंगलमय हो।।*
🕉️📿🔥🌞🚩🔱ॐ 🇪🇬🔱




