*🗓*आज का पञ्चाङ्ग*🗓*
*🎈दिनांक - 29 दिसंबर2025*
*🎈 दिन- सोमवार *
*🎈 विक्रम संवत् - 2082*
*🎈 अयन - दक्षिणायण*
*🎈 ऋतु - शरद*
*🎈 मास - पौष मास*
*🎈 पक्ष - शुक्ल पक्ष*
*🎈तिथि- नवमी 10:11:48*am तत्पश्चात् दशमी*
*🎈 नक्षत्र - रेवती 07:40:00am तत्पश्चात् अश्विनी- 30:03:24 तक*
*🎈 योग - परिघ 07:35:16pm तक तत्पश्चात् शिव 28:30:18 तक*
*🎈करण - *कौलव 10:11:48am तत्पश्चात् तैतुल*
*🎈राहुकाल -हर जगह का अलग है- 08:43:am to 10:49 pm तक (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈चन्द्र राशि - मीन*till 07:40:00
चन्द्र राशि मेष from 07:40:00*
*🎈सूर्य राशि- धनु*
*🎈सूर्योदय - :07:25:10am*
*🎈सूर्यास्त - 17:49:12pm*
*(सूर्योदय एवं सूर्यास्त ,नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈दिशा शूल - पूर्व दिशा में*
*🎈 पञ्चक- पूरे दिन*
*🎈ब्रह्ममुहूर्त - 05:35 ए एम से 06:30 ए एम ए एम से 06:29 ए एम तक*(नागौर
राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈अभिजित मुहूर्त- 12:16 पी एम से 12:58 पी एम*
*🎈 निशिता मुहूर्त - 12:10 ए एम, दिसम्बर 29 से 01:04 ए एम, दिसम्बर 29*
*🎈 अमृत काल -05:23 ए एम, दिसम्बर 29 से 06:55 ए एम, दिसम्बर 29*
*🎈 रवि योग -07:41 ए एम से 07:24 ए एम, दिसम्बर 30*
*🎈 व्रत एवं पर्व- नवमी व्रत आज
*🎈 ॐ नारायणाय विद्महे, वासुदेवाय धीमहि, तन्नो विष्णु प्रचोदयात् 🙏
पौष शुक्ल पक्ष की एकादशी को पौष पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस वर्ष पौष पुत्रदा एकादशी 31 दिसंबर 2025 को होगी। 1जनवरी 2026 को व्रत का पारण किया जाएगा।*
*🎈विशेष -पौष मास महात्म्य *
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*🛟चोघडिया, दिन🛟*
नागौर, राजस्थान, (भारत)
मानक सूर्योदय के अनुसार।
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*🛟चोघडिया, रात्🛟*
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🚩*श्रीगणेशाय नमोनित्यं*🚩
🚩*☀जय मां सच्चियाय* 🚩
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√#💕हिन्दू धर्म में मान्यता है कि धनतेरस पर कोई नया बर्तन खरीदा जाता है। आप
धनतेरस के दिन कोई छोटी सी चांदी की डिब्बी खरीद कर लायें। दीपावली पूजन के
समय उस डिब्बी को शुद्ध कर उसके साथ थोड़ी सी नागकेसर तथा कचनार के पत्ते लें।
यदि कचनार के पत्ते उपलब्ध न हों तो आप शहद भी ले सकते हैं। सारी सामग्री का
पूजन आप दीपावली पूजन के साथ ही करें। वह सामग्री माँ लक्ष्मी की तस्वीर के सामने
रात भर रखी रहने दें। अगले दिन प्रातः स्नान करने के बाद डिब्बी में नागकेसर व
कचनार के पत्ते अथवा शहद को लेकर डिब्बी बन्द कर दें। डिब्बी को किसी लाल
अथवा पीले वस्त्र में बांध कर धन रखने के स्थान पर रख दें। वर्ष भर माँ लक्ष्मी की
अनुकम्पा आप पर बनी रहेगी।
* धनतेरस पर अपनी सामर्थ्य के अनुसार किसी सुनार से चांदी के पत्तर को
कटवा कर "श्री" के रूप में कटवायें (यह किसी भी नाप का हो सकता है जितनी
आपकी सामर्थ्य है)। दीपावली की रात्रि में पूजन के मध्य आप इसको शुद्ध कर
एक-एक नागकेसर लेकर किसी भी वस्तु से चिपकाते जाये तथा कोई भी माँ लक्ष्मी का
मंत्र मन ही मन पाठ करते जायें। जब चांदी का "श्री" नागकेसर से पूरी तरह से ढक जाये तो उसका भी पूजन दीपावली पूजन के साथ करें। प्रातः स्नान कर "श्री" को किसी
भी लाल-पीले वस्त्र में लपेट कर धन के स्थान पर रख दें। यह यंत्र आपको जीवन भर
विपन्नता से मुक्त रखेगा।
* किसी भी शुक्लपक्ष के प्रथम शनिवार को 10 बादाम लेकर किसी भी हनुमान
मन्दिर में जायें। वहां पर बादाम रख दें। जो भी पूजा-पाठ आपको करनी है, वह करें
और वापिस आ जायें। वापिस आते समय पाँच बादाम मन्दिर में ही छोड़ आयें तथा पाँच
बादाम घर लाकर किसी भी लाल वस्त्र में बांधकर धन के स्थान पर रख दें।
. 💥“ज्ञान ही सच्ची संपत्ति है।
बाकी सब क्षणभंगुर है।”💥
🌼 ।। जय श्री कृष्ण ।।🌼
💥।। शुभम् भवतु।।💥
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🔱🇪🇬जय श्री महाकाल सरकार 🔱🇪🇬 मोर मुकुट बंशीवाले सेठ की जय हो 🪷*
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*♥️~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*♥️ रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेमजी", नागौर (राज,)*
*।।आपका आज का दिन शुभ मंगलमय हो।।*
🕉️📿🔥🌞🚩🔱ॐ 🇪🇬🔱








