*🗓*आज का पञ्चाङ्ग*🗓*
*🎈दिनांक - 30 दिसंबर2025*
*🎈 दिन- मंगलवार*
*🎈 विक्रम संवत् - 2082*
*🎈 अयन - दक्षिणायण*
*🎈 ऋतु - शरद*
*🎈 मास - पौष मास*
*🎈 पक्ष - शुक्ल पक्ष*
*🎈तिथि- दशमी 07:50:27
*🎈तिथि -एकादशी28:59:51*
(क्षय )*am तत्पश्चात् द्वादशी*
*🎈 नक्षत्र - भरणी 27:57:21*am तत्पश्चात् कृत्तिका- तक*
*🎈 योग - सिद्ध 25:00:57*pm तत्पश्चात् साध्य तक*
*🎈करण - *गर 07:50:27am तत्पश्चात् वाणिज्*
*🎈राहुकाल -हर जगह का अलग है- 08:43:am to 10:49 pm तक (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈चन्द्र राशि - मेष *
*🎈सूर्य राशि- धनु*
*🎈सूर्योदय - :07:25:30am*
*🎈सूर्यास्त - 17:49:50pm*
*(सूर्योदय एवं सूर्यास्त ,नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈दिशा शूल - उत्तर दिशा में*
*🎈ब्रह्ममुहूर्त - 05:36 ए एम से 06:30 ए एम ए एम से 06:29 ए एम तक*(नागौर
राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈अभिजित मुहूर्त- 12:17 पी एम से 12:59 पी एम*
*🎈 निशिता मुहूर्त - 12:11 ए एम, दिसम्बर 31 से 01:05 ए एम, दिसम्बर 31*
*🎈 अमृत काल -11:35 पी एम से 01:03 ए एम, दिसम्बर 31*
*🎈 सर्वार्थ सिद्धि- योग 03:58 ए एम, दिसम्बर 31 से 07:25 ए एम, दिसम्बर 31*
*🎈 व्रत एवं पर्व- नवमी व्रत आज
*🎈 ॐ नारायणाय विद्महे, वासुदेवाय धीमहि, तन्नो विष्णु प्रचोदयात् 🙏
पौष शुक्ल पक्ष की एकादशी को पौष पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस वर्ष पौष पुत्रदा एकादशी 31 दिसंबर 2025 को होगी। 1जनवरी 2026 को व्रत का पारण किया जाएगा।*
*🎈विशेष -पौष मास महात्म्य *
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*🛟चोघडिया, दिन🛟*
नागौर, राजस्थान, (भारत)
मानक सूर्योदय के अनुसार।
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*🛟चोघडिया, रात्🛟*
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🚩*श्रीगणेशाय नमोनित्यं*🚩
🚩*☀जय मां सच्चियाय* 🚩
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√#💕🌙 🐐 जब 'मैं-मैं' करने वाली बकरी जपने लगी 'कृष्ण-कृष्ण'! एक अद्भुत कथा। 🕉️✨
यह कथा 'नाम की महिमा' का अद्भुत उदाहरण है।
एक बार एक गाँव के बाहर महात्माओं ने यज्ञ किया। पूजा के दौरान उन्होंने चंदन से पत्तों पर 'श्री कृष्ण' का नाम लिखा। संयोगवश, वहाँ चर रही एक बकरी ने वह 'कृष्ण नाम' अंकित पत्ता खा लिया।
🌿 अद्भुत परिवर्तन:
पत्ता खाते ही एक चमत्कार हुआ! जो बकरी पहले अपनी स्वाभाविक बोली में "मैं-मैं" करती थी, अब उसके मुख से केवल "कृष्ण-कृष्ण" निकलने लगा।
संतों का कहना सत्य है, जब 'कृष्ण' नाम अंदर जाता है, तो जीव का 'मैं' यानी 'अहंकार' अपने आप समाप्त हो जाता है।
🙏 भक्त की कठिन यात्रा:
इस बदलाव के कारण बाकी बकरियों ने उसे अपनी टोली से बाहर कर दिया और मालिक ने उसे बीमार समझकर जंगल में छोड़ दिया।
वहाँ से एक चोर उसे ले गया और एक गरीब, भोले किसान को बेच दिया। उस भले किसान को बकरी की बोली से कोई फर्क नहीं पड़ा।
✨ नाम का चमत्कार:
'कृष्ण नाम' के प्रभाव से वह बकरी अमृत जैसा मीठा और बहुत सारा दूध देने लगी। देखते ही देखते उस गरीब किसान की दरिद्रता दूर हो गई और उसके घर में खुशहाली आ गई।
👑 राजमहल में प्रवेश:
एक दिन राजा के मंत्री की नज़र उस जादुई बकरी पर पड़ी। उस समय राजमाता अत्यंत बीमार थीं और राजगुरु ने कहा था कि निरंतर भगवान के नाम जप और सात्विक वातावरण से ही वे बच सकती हैं।
मंत्री की सलाह पर, राजा ने किसान को मुँहमांगी कीमत देकर वह बकरी राजमाता के लिए ले ली।
✨ नाम की महिमा:
अब वह बकरी राजमहल में राजमाता के पास बैठकर निरंतर "कृष्ण-कृष्ण" जपती। उस नाम के दिव्य प्रभाव और उसके दुग्ध पान से राजमाता पूरी तरह स्वस्थ हो गईं। उस एक मूक पशु की संगति से पूरा राजमहल ही कृष्णमय हो गया।
💡 सार:
जरा सोचिए! एक पशु, मात्र 'कृष्ण नाम' के प्रभाव से अपना 'अहंकार' (मैं) मिटाकर जंगल से सीधे राजमहल के सिंहासन तक पहुँच गया।
तो अगर हम विवेकशील इंसान होकर निरंतर श्रद्धा से कृष्ण नाम का जाप करें, तो क्या हम इस भवसागर से पार नहीं हो जाएंगे? आवश्यकता है तो बस अपने अहंकार को त्यागकर आराध्य की शरण लेने की।
जय श्री कृष्ण! 🙏
. 💥“ज्ञान ही सच्ची संपत्ति है।
बाकी सब क्षणभंगुर है।”💥
🌼 ।। जय श्री कृष्ण ।।🌼
💥।। शुभम् भवतु।।💥
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🔱🇪🇬जय श्री महाकाल सरकार 🔱🇪🇬 मोर मुकुट बंशीवाले सेठ की जय हो 🪷*
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*♥️~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*♥️ रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेमजी", नागौर (राज,)*
*।।आपका आज का दिन शुभ मंगलमय हो।।*
🕉️📿🔥🌞🚩🔱ॐ 🇪🇬🔱








